10 जून को बलौदाबाजार में हुई आगजनी, तोड़फोड़ व हिंसक प्रदर्शन मामले में आरोपी विधायक देवेंद्र यादव व ओमप्रकाश बंजारे का चालान आज कोतवाली पुलिस ने सीजेएम कोर्ट में पेश किया. लगभग तीन महीने से जेल में बंद विधायक देवेंद्र यादव को विभिन्न धाराओं के तहत आरोपी मानते हुए पुलिस ने 449 पेज का चालान पेश किया है. मामले की सुनवाई 23 नवंबर को होगी. वहीं हाईकोर्ट में जमानत याचिका पर 20 नवंबर को सुनवाई होगी।
विधायक देवेंद्र यादव के अधिवक्ता अनादि शंकर मिश्रा ने बताया कि आज पुलिस ने चालान पेश किया है. हम उसका अध्ययन कर रहे हैं. प्रथम दृष्टि पुलिस की तरफ से कोई बड़ा साक्ष्य दिखाई नहीं दे रहा है. न्यायालय ने 23 नवंबर को पुनः पेशी दिया है. वहीं विधायक देवेंद्र यादव की हाईकोर्ट में जमानत याचिका लगी है, जिस पर 20 नवंबर को सुनवाई होगी।
अपराध क्र. -:386/2024
धारा-: 153-A,505 [1],505[1][B], 505[1][C],109,120[B],
147,148,149,186,353,332,333,307,435,436,341, 427, भादवि तथा 3,4,
17 अगस्त से है जेल में बंद
देवेंद्र यादव की 17 अगस्त को भिलाई से गिरफ्तारी हुई थी। इसके बाद से लगातार न्यायिक रिमांड बढ़ रही है। वे रायपुर की सेंट्रल जेल में बंद हैं। पुलिस का तर्क है कि, विधायक का मोबाइल जमा नहीं होने के चलते केस के प्रोग्रेस में देरी हो रही है। जिस पर देवेंद्र के वकील ने कहा कि, मोबाइल जमा कर दिया गया था। डीवीआर कॉपी करने के बाद पुलिस ने वापस लौटाया।
देवेंद्र पर भीड़ को उकसाने का आरोप
विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी बलौदाबाजार हिंसा मामले में हुई है। उन पर हिंसा भड़काने का आरोप है। इस मामले में बलौदाबाजार पुलिस ने 4 बार नोटिस जारी किया, लेकिन विधायक ने बयान देने जाने से मना कर दिया था। उन्होंने कहा था कि पुलिस को बयान लेना है, तो उनके पास और लेकर जाए। हालांकि पूछताछ के लिए तीसरा नोटिस मिलने पर देवेंद्र यादव ने बलौदाबाजार जाकर पुलिस अधीक्षक से मुलाकात भी की थी।
पुलिस के पास हैं पर्याप्त सबूत और गवाह
वहीं, बलौदाबाजार पुलिस के एक उच्चाधिकारी की माने तो पुलिस के पास विधायक देवेंद्र यादव के खिलाफ गवाह हैं और कुछ लोगों के बयान हैं। इसके अलावा पुलिस के पास कुछ वीडियो भी हैं। जिसको आधार बनाकर उन पर कार्रवाई की जा रही है।
3 मामलों की एक साथ चल रही है जांच
देवेंद्र यादव के खिलाफ बलौदाबाजार हिंसा का पहला मामला जांच में नहीं है, उनके खिलाफ कोयला घोटाला और कथित MMS मामले की भी जांच चल रही है। कुछ दिन पहले भिलाई नगर पुलिस ने भी उन्हें नोटिस जारी कर फोटो वीडियो के लिए थाने बुलाया था। देवेंद्र वहां भी दोबारा बयान दर्ज कराने नहीं गए। उन्होंने कहा कि, वह थाने जाकर अपना बयान एक बार दे दिए हैं। लिखित में भी दिया है कि, जांच में जो भी आगे पूछताछ या जानकारी चाहिए, उनके कार्यालय में आकर ले लें।